रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया। भगवती माता मंदिर अखरी मे चल रहे संगीतमय रामकथा के पांचवें दिन पं. वशिष्ट नारायण उपाध्याय ने कहा कि संत्सग में आने से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है। प्रभु नाम के स्मरण करने से मनुष्य भव रुपी सागर से पार हो जाता है। अगर हमें जीवन में शांति चाहिए तो प्रभु कि शरण में जाना पडेगा उनके नाम जप से शांति मिलेगी।दुनिया के भौतिक सुख क्षणिक है इसमें जीवन को परम शांति कभी नही मिल सकती है। परम शांति तो प्रभु नाम का रसपान करने पर ही मिलेगा। संत महात्माओं कि कृपा से हम इसे प्राप्त कर सकते हैं संत ही हमें प्रभु कि कृपा प्राप्त करा सकते हैं जिससे हमारा जीवन धन्य हो जायेगा ।कथा के उपरांत दयानंद तिवारी ने श्रोताओं के प्रति आभार प्रकट किया तथा प्रसाद वितरण किया।
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