रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी। श्री श्री शतचंडी महायज्ञ में अरणि मंथन के द्वारा अग्नि प्रकट किया गया। अग्नि के प्रगट होने के बाद अग्नि कुंड में यज्ञ प्रारंभ हुआ।अरणि मंथन के द्वारा अग्नि प्रकट होते ही लोगों ने यज्ञ महाराज की जय, मां दुर्गा आदि भवानी की जय के जयकारे लगाए। चवनेनेश्वर महादेव मंदिर भिखारीपुर डीएलडब्लू पर 20 वें साल में शतचंडी महायज्ञ हो रहा है।यज्ञ के आयोजक तथा काशी सेवा शोध समिति के सचिव डॉक्टर टीपी सिंह ने बताया कि यज्ञ अनवरत हर साल होता है।यह यज्ञ का बीसवां साल है। यज्ञ पंडित चंद्र मौली उपाध्याय के सानिध्य में आयोजित हो रहा है।यज्ञ के पुरोहित पंडित सत्येनद्र मिश्रा ने बताया कि 9 दिन यहां पर आचार्यगण के द्वारा सुबह-शाम मंत्रोच्चार किया गया। इस दौरान आचार्यगण प्रभु दयाल शास्त्री, विकास मिश्रा, रोशन शास्त्री, महर्षि शांडिल आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी प्रभाकर जी, सुधीर मणि त्रिपाठी, राहुल शास्त्री, भोला मिश्रा, ऋषि शुक्ला, आदित्य मिश्रा, अजीत मिश्रा, लवकुश शास्त्री,सुनील मिश्रा भी रहे। यज्ञ की पूर्णाहुति के दौरान भिखारीपुर के पूर्व ग्राम प्रधान सुरेंद्र बहादुर सिंह काशी विद्यापीठ के पूर्व उप प्रमुख अशोक सिंह,ओंकार सिंह,प्रमोद सिंह, अनिल सिंह,प्रशांत सिंह,धीरज सिंह,विष्णु शंकर,हिमांशु,डा हर्षिता राय ,हर्षित सिंह रीता, रीमा, बंदना, कालिंदी,मुखर, राधा सिंह,संध्या सिंह,अंश,सुहानी, पीयूष, अभय, राजू, अवधेश पटेल, राजकुमार मौर्य आदि भक्तजन भारी संख्या में उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment