चकिया चंदौली राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के पूर्व संध्या पर बार एसोसिएशन चकिया के अधिवक्ता सभागार में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें आए कवियों ने अपने लेखनी के माध्यम से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना मेरे पतझड़ सा जीवन में... के माध्यम से की गई, जिसको विभा सिंह द्वारा सुनाया गया। उसके बाद दीपक दबंग ने कहा कि सबहीं इहवै पर भंग दिखाला..., फिर नरसिंह साहसी ने जिंदगी चैन से जी लो हवस का रोग मत पालो..., अरविंद कौशल ने कोई मौका तलाशो खुशी का...,अपनी बारी आने पर विभा सिंह ने कहा कि उनकी प्यारी गलियों से जब गुजरने लगते हैं..., सुरेश अकेला ने सुनाया हमारा देश दुनिया में सबसे न्यारा है..., उसके बाद गीतकार मनोज मधुर ने कहा कि आदर्श का गुलशन भारत हम गुलशन की शान, हमारा नाम रामो रहमान हमी से है प्यारा हिंदुस्तान सुन कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। कविता पाठ करने वालों में एडवोकेट स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव नवल ने भी अपनी लेखनी का लोहा बनवाया। इस दौरान बंधु पाल बंधु, हरिवंश बवाल, सिद्धनाथ शर्मा,धर्मदेव चंचल ने भी अपने-अपने काव्य पाठ किए।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी चकिया दिव्या ओझा रहीं। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप पाठक तथा संचालन राजू विश्वकर्मा ने किया। इसके पहले चकिया बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में जिले से आए अधिवक्ता साथियों का स्वागत चकिया बार के अध्यक्ष नारायण दास यादव एडवोकेट ने अपने साथी अधिवक्ताओं के साथ गर्म जोशी के साथ किया। इस मौके पर चकिया बार के बहुत से अधिवक्ता मौजूद रहे।
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