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Thursday, October 3, 2024

डीपीएस वाराणसी में युवा सीईओ प्रशिक्षण कार्यक्रम सीजन-1 चरण-2 का उत्पाद लॉन्च कार्यक्रम संपन्न

 

रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव 

वाराणसी रोहनिया।दिल्ली पब्लिक स्कूल में छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए दो नए उत्पाद -कस्टमाइज्ड नोटबुक और ऑरा कैंडल्स एसेंस का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम नवोदित उद्यमियों को भविष्य के लिए तैयार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रुति श्रीवास्तव, एडीसीपी क्राइम ब्रांच/पुलिस कमिश्नरेट, वाराणसी रही। वहीं व्हाइट कैनवास इंडिया के बिजनेस ग्रोथ लीडर के संस्थापक समरेश शाह भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत तुलसी पादप और रुद्राक्ष की माला भेंट कर किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर छात्रों और उनके अभिभावकों को इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई।डीपीएस वाराणसी किशोर उद्यमियों को प्रोत्साहित कर उनके उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार उद्यमशील किशोरों की एक नई पीढ़ी तैयार करना है। दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी ने व्हाइट कैनवास इंडिया के सहयोग से यह युवा सीईओ उद्यमशीलता कौशल शिविर का आयोजन किया है, समरेश शाह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले सत्र के दूसरे चरण में छात्रों ने कस्टमाइज्ड नोटबुक और ओरोमा कैंडल एसेंस जैसे उत्पाद बनाए।पहले चरण में टोमो चोको और स्पैजोलिन जैसे उत्पाद काफी सफल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार नौकरी निर्माण करने वाला बनने के लिए स्किल डेवलपमेंट अत्यंत जरूरी है। इसके लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना होगा।इसमें भाग लेने वाले छात्रों के अंदर सशक्तिकरण,व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए आवश्यक कौशलों का विकास , मांग बाजार की मांग के अनुसार कौशलों का विकास ,भविष्य

की तैयारी नई तकनीकों और उद्योगों के लिए तैयार रहना, सामाजिक बुद्धिमत्ता टीम वर्क और संचार कौशलों का विकास, रोजगार क्षमता नौकरी पाने और बनाए रखने के लिए आवश्यक कौशलों का विकास,वास्तविक दुनिया का अनुभव व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने का इन्हें अनुभव प्राप्त हुआ। इन पहलुओं पर ध्यान देकर आप भी अपने करियर में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।डब्ल्यूसीआई यंग सीईओ कार्यक्रम किशोरों के लिए भारत का पहला और सबसे बड़ा उद्यमशीलता कौशल कार्यक्रम है,जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विकसित किया गया है।समरेश शाह ने कहा हम डब्ल्यूसीआई यंग सीईओ कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देगा और भारत की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेगा। मुख्य अतिथि श्रुति श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि सफल होने के लिए जीवन में अनुशासन बहुत जरूरी है। हमारे अंदर बाह्य और आंतरिक दोनों प्रकार के अनुशासन होने चाहिए। अपने निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम के साथ दृढ़ता बहुत जरूरी है। कभी- कभी जीवन में असफलता के क्षण में भी अपने ऊपर विश्वास रखना जरूरी है। मानसिक दबाव में भी लक्ष्य तक पहुंचने का दृढ़ संकल्प हमें सफल बना देता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत की आवश्यकता है कि युवा व्यवसायिक कौशल में निपुण हों। ऐसे कार्यक्रम युवाओं को व्यावसायिक कौशल में प्रेरित और सक्षम बनाएंगे।विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश शेलत ने कहा कि आधुनिक शिक्षा नीति स्किल डेवलपमेंट पर बल दे रही है। अभी से छात्रों को व्यावसायिक उत्पाद निर्माण का ज्ञान देना उनके लिए भविष्य में परिवर्तनकारी सिद्ध होगा।कार्यक्रम के अंत में नए उत्पादों का उद्घाटन किया गया और उत्पाद टीम लीडरों ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। टीम के प्रत्येक सदस्य को प्रमाण- पत्र देकर सम्मानित किया गया । सम्मानित होने वाले छात्रों में रुद्र प्रताप सिंह, आत्मन, माधवी अग्रवाल, प्रेषा अग्रवाल, वेदांत चौबे,संसृता नागर, कीर्ति पाण्डेय, देवज्ञा श्रीवास्तव, अविरल अग्रवाल, शोभित सरावगी, आद्या तुलस्यान,आर्यवीर पाठक, रिशित अग्रवाल,आभीक आनंद, तृषा सरावगी, सोमिल दास, रियांश खन्ना जायसवाल, श्रेष्ठांशु, अनुष्का बजाज, प्रियांशी सिंघल, पुष्कर अग्रवाल, अनिका साह, अर्षिता अग्रवाल,संगिनी अग्रवाल, अनन्या श्रीवास्तव,भूमि पारीख, काव्या शुक्ला, मौलिक बेरी, उदय माहेश्वरी, युवराज चंदेल,देव्यांशी अग्रवाल, आकिर्ती गुप्ता, आयुष्मान पाण्डेय, शौर्य भुवारका, अद्वैता वशिष्ट रहे। वहीं शिक्षकों में श्वेता सुमन, मुकुल मिश्रा और श्वेता पाहुजा को भी उनके सराहनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अभिभावकों ने भी अपने विचार साझा किए। अंततः धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।इस अवसर पर विद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी  डा. मुक्ति पांडेय ऐकडेमिक हेड मुनमुन सेन गुप्ता और समर्पण विंग समन्वयक किरण शर्मा इत्यादि पदाधिकारी और शिक्षक उपस्थित रहे।



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