चंदौली चकिया तहसील के भूसीकृत पुरवा गांव में सड़क बनाने के नाम पर पीडब्ल्यूडी विभाग की मनमानी खुलकर सामने आई है। बताया गया कि यहां पंबर देवी पत्नी संकठा निवासी भूसीकृत पूरवा के आराजी नंबर 303 व 334 के बीच में 324 नंबर कागजात मॉल में चकरोड दर्ज है।चकरोड की चौड़ाई 18 कड़ी है। आरोप है कि पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार के माध्यम से आधी रात को जेसीबी के द्वारा नियत चौड़ाई के अलावा पम्बर देवी के आराजी नंबर में दोनों तरफ छह-छह फीट बढ़कर सड़क का डौला बनाने के लिए खुदाई कर डौला बना दिया गया,और यही नहीं पीड़िता के हैंडपंप की बाउंड्री को भी तोड़ दिया गया। विदित हो कि वर्षों पहले जब इस चकरोड़ पर मिट्टी डालने का कार्य किया जाना था तभी भू स्वामी ने उपजिलाधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र देकर चकरोड़ की चौड़ाई के हिसाब से ही कार्य करवाने की गुहार लगाई थी,जिस पर आदेश भी हुआ था कि नक्शे में जितने में चकरोड़ है उतने में ही मिट्टी डलवाई जाये।खैर उस समय
लेखपाल की रिपोर्ट
उतने में ही कार्य हुआ लेकिन अब जब चकरोड़ को पक्की सड़क बनना सुनिश्चित हुआ तो आरोप के अनुसार पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार पीड़ित पम्बर देवी के आराजी नं०303 और 334 में जबरदस्ती घुसकर रात के अंधेरे में जेसीबी से दोनों तरफ लगभग छह-छह फीट गड्ढे खुदवा दिए और हैण्ड पम्प की बाउंड्री को भी गिरा दिए।प्रार्थिनी के परिजनों को जब सुबह इसकी सूचना मिली तो लोग सकते में आ गये और सम्बंधित अधिकारियों से गुहार लगाये।जिस पर मौके पर गए क्षेत्रीय लेखपाल ने मौका देखा और माना की प्रार्थिनी के आराजी नंबर में दोनों तरफ छह-छह फीट बढ़कर डौला बनवाया गया है और दीवार भी तोड़ दी गई है। इतने के बाद अब देखना है कि जिम्मेदारों पर अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।
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