रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया। आराजी लाइन विकासखंड क्षेत्र के भदरासी में पंडित देवनाथ उपाध्याय की स्मृति में चल रहे नौदिवसीय राम कथा की तीसरे दिन अयोध्या से पधारे राष्ट्रीय संत अवधेश जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के जीवन की सभी समस्याओं का समाधान रामचरितमानस में है। रामचरित मानस मनुष्य को जीवन कैसे जीना चाहिए यह बताता है अगर जो व्यक्ति सत्संग में आता है रामचरितमानस व धर्म ग्रंथों का अध्ययन करता है उसके जीवन में धन्यता आती है और वह समाज में फैली तमाम कुरीतियों को दूर कर सकता है ।युवाओं को रामचरितमानस का अध्ययन करना चाहिए मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने अपने जीवन से हम मनुष्यों को बताया है कि हमें अपने जीवन में किस प्रकार आचरण व्यवहार करना चाहिए। आज का युवा भटक गया है वह भौतिक सुख साधनों को ही अपना सच्चा सुख मान रहा है जिससे उसके जीवन में तमाम तरह की बधाये खड़ी हो रही है और वह इसी में फंसकर अपना जीवन समाप्त कर ले रहा है।जबकि सच्चा जीवन इस व्यक्ति का है जो धर्म ग्रंथो का अध्ययन करें सत्संग करें प्रभु का गुणगान कर अपने जीवन को धन्य बनाएं। इस मनुष्य का जीवन धन्य है जो प्रभु नाम का स्मरण करता है। प्रभु नाम का स्मरण ही मनुष्य को इस भाव रूपी सागर से पार करता है। कथा के उपरांत समिति के शैलेंद्र उपाध्याय ने श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
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