रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया।मोहनसराय किसान संघर्ष समिति एवं स्वामी सहजानन्द विचार मंच के तत्वाधान मे संयोजक एवं किसान नेता विनय शंकर राय मुन्ना की अध्यक्षता में बैरवन में गुरुवार को संगठित किसान अन्दोलन के जनक स्वामी सहजानंद सरस्वती जी की 135 वीं जयंती समारोह एवं किसान संकल्प सभा का आयोजन गया किया।जिसके दौरान ट्रांसपोर्ट नगर योजना के प्रभावित किसानों ने स्वामी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए स्वामी जी के आदर्शों , मूल्यों एवं विचारों के आधार पर स्वामी जी के मूल मंत्र वन्देअन्नदातारम् को आत्मसात करते हुये किसान हित में सृजनात्मक एवं संघर्षनात्मक कार्य का संकल्प लिया। किसान नेता विनय शंकर राय "मुन्ना" ने कहा कि किसानों के वैधानिक हक अधिकार की रक्षा ही स्वामी सहजानन्द सरस्वती के प्रति सच्ची श्रद्धान्जली है। स्वामी सहजानन्द सरस्वती जी अथक कर्मठी, वेदान्त और मीमांसा के महान विद्वान , बेबाक पत्रकार एवं लेखक के साथ साथ संगठित किसान आंदोलन के जनक एवं संचालक थे।वे अन्नदाता किसान को धरती का साक्षात भगवान मानते थे।मुख्य वक्ता रिपुन्जय राय "मंजय" ने कहा कि दण्डी संन्यासी होने के बावजूद सहजानंद ने रोटी को ही भगवान कहा और किसानों को भगवान से बढ़कर बताया।सहसंयोजक के नीरज सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के साथ बिहार में सहयोग आंदोलन में स्वामी जी का बड़ा योगदान रहा।स्वामीजी ने नारा दिया था- "जो अन्न वस्त्र उपजाएगा,अब सो कानून बनायेगा। ये भारतवर्ष उसी का है,अब शासन वहीं चलायेगा।श्रद्धान्जली समारोह की अध्यक्षता विनय शंकर राय "मुन्ना", संचालन नीरज सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन कृष्ण प्रसाद पटेल उर्फ छेदी बाबा ने दिया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से रिपुन्जय राय "मंजय", गगन प्रकाश यादव, अमलेश पटेल, डा विजय नरायण वर्मा, उदय प्रताप पटेल, हृदय नारायण उपाध्याय, आशीष एवं ऋषि राय,विजय गुप्ता, धीरज यादव, जय वर्मा, अवधेश प्रताप, गौरव पटेल ,चंदन पटेल, दिनेश पटेल , रमेश, मदन पटेल , उमाशंकर पटेल,राम नारायण पटेल, सुरेश पटेल ,बलराम पटेल, प्रेम पटेल, रवि पटेल ,हनुमान पटेल ,शुभम पटेल ,लक्ष्मी नारायण, विजय पटेल, कल्लू पटेल, सुजीत पटेल इत्यादि किसान उपस्थित रहे।
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