रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी।फौजदारी के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह गौतम ने कहा कि कचहरी का विस्थापन कर जौनपुर के पास ले जाने की योजना कहीं से भी व्यावहारिक नहीं है। इससे आम जनमानस को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। अधिवक्ताओं के साथ-साथ वाराणसी जनपद के दूर दराज क्षेत्र से आने वाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। वर्तमान दीवानी न्यायालय के पास ही काफी जमीन ऐसी है जिसमें विस्तार किया जा सकता है। अभी पिछले दिनों न्यायालयों में लाखों रुपए का एसी लगाया गया है। करोड़ों की लागत से न्यायालय का निर्माण भी कराया गया है फिर इसको यहां से दूसरी जगह स्थानांतरित किए जाने का मामला समझ में नहीं आ रहा है। अधिवक्ताओं में मैं काफी आक्रोश है। फौजदारी के अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह गौतम ने इस मुद्दे को लेकर पिछले दिनों सेन्ट्रल बार एसोसिएशन व बनारस बार एसोसिएशन के समक्ष सैकड़ों अधिवक्ताओं को लेकर विरोध दर्ज कराये । वाराणसी जनपद के प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय सिद्धार्थ वर्मा जी के समक्ष भी विगत20 जनवरी को उनके वाराणसी जनपद न्यायालय के आगमन के समय भी सेंट्रल बार अध्यक्ष बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह गौतम के विरोध पत्र व अधिवक्ताओं के आक्रोश को उनको अवगत कराया गया है।उसी के अनुक्रम में आज़ साधारण सभा की बैठक सेंट्रल बार एसोसिएशन बनारस वाराणसी के सभागार में बुलाई गई थी। बैठक में अपनी बातों को जोरदार ढंग से रखते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह गौतम ने कहा की मेरी कचहरी का विस्तार यही होना चाहिए।।मा० उच्च न्यायालय से पत्र भी जारी हुआ है की कचहरी यही रहेगी। उक्त अवसर पर सेन्ट्रल बार के पूर्व अध्यक्षगण राम जन्म सिंह, घनश्याम पटेल,मोहन यादव, अशोक सिंह प्रिंस, अशोक सिंह, अजय कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता मान बहादुर सिंह, मीरा यादव बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वव अमरनाथ शर्मा, नरेंद्र श्रीवास्तव,आदि सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित थे।
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