चन्दौली नौगढ़ ग्राम्या संस्थान के तत्वावधान में वी दा पीपुल अभियान के साथ ग्राम्य संस्थान के कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय संविधान की प्रस्तावना पर कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें वी दा पीपुल अभियान से जुड़े आफाक उल्लाह ने प्रतिभागियों के साथ संवाद करते हुए संविधान की प्रस्तावना के एक एक शब्दों को अलग अलग करके जैसे सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न सामाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य और मूल्यों स्वतंत्रता, न्याय, समता और बंधुत्व को फोकस करते हुए प्रतिभागियों को इन शब्दों के साथ जीवन को जोड़कर देखने की समझ बनाने का काम किया। जिससे वह अपने दैनिक जीवन में संविधान की उपयोगिता को समझे और
नागरिक समाज को इस विषय पर शिक्षण देने का काम कर सकें। ग्राम्य संस्थान की निर्देशक नीतू सिंह ने कहा कि आज बहुत ज़रूरी है की हम अपने अधिकार और कर्तव्यों को समझें। प्रस्तावना की पहली लाईन में लिखा हैं हम भारत के लोग, तो हमको इसको समझना होगा और पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने गांव समाज और परिवेश को बेहतर बनाने के काम में लगना होगा। किसी से शिकायत के बजाए हम खुद क्या क्या कर सकते है। इस बारे में छोटे से बड़े समूहों में बात करनी चाहिए। साहस फेलो त्रिभुवन ने कहा कि यह संविधान संवाद अभियान फोकस कर रहा हैं कि सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जुड़े साथियों के बीच जाए उनका संविधान और अपने देश के कानून के बारे में समझाने का काम करें। एक दूसरे के ज्ञान कौशल से सीखा जाए। एक बेहतर नागरिक समाज बनाने में सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी काफी कुछ सीखने समझने की जरूरत है। हम इस ज़रूरत और जिम्मेदारी को समझाते हुए यह अभियान चला रहे हैं। इस संविधान संवाद शाला में मुख्य तौर परकार्यशाला के समापन पर प्रतिभागियों को संस्था की तरफ से प्रमाण पत्र दिया गया। साथ ही वी दा पीपुल अभियान की तरफ से प्रस्तावना पर तैयार सिटीज़न अड्डा के लिए माड्यूल और कंटेंट दिया गया। कार्यक्रम में राहुल, शिवानी, सुहानी,अवधेश, श्रीराम, धर्मेंदर, वंशराज आदि सहित कुल 45 लोगों ने भाग लिया।Post Top Ad
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