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Sunday, November 5, 2023

ईश्वर का प्राकट्य ही उत्सव है: अखिलानन्द

श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस पर हुई नन्दोत्सव की चर्चा

चन्दौली। स्थानीय शाहकुटी स्थित श्रीकाली  मंदिर के प्रांगण में चल रहे सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। व्यास पीठ से श्रीमद् भागवत व श्रीमानस मर्मज्ञ अखिलानन्द जी महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि भगवान जब नन्दबाबा के यहां गोकुल मे आए तब समस्त गोकुलवासी आनन्दित हो उठे और ऐसे आनन्दित हुए कि वह उत्सव मे परिवर्तित हो गया। उत्सव का अर्थ बताते हुए कहा कि उत् अर्थात ईश्वर सव अर्थात प्राकट्य ईश्वर का प्राकट्य ही उत्सव है । जीवन मे हम कोई भी उत्सव मनाएं उसमे ईश्वर का प्रकटीकरण अवश्य होना चाहिए। तभी जा कर वह आयोजन उत्सव में बदलता है इसलिए किसी भी कार्यक्रम में ईश्वर का सानिध्य होना परम आवश्यक है। आजके भौतिक युग मे लोग उत्सव को केवल मनोरंजन का साधन बना दिये हैं जो उत्सव का स्वरूप नहीं कहा जा सकता। नंद बाबा और यशोदा मैया का जीवन शास्त्र सम्मत था इसलिए भगवान कृष्ण का जन्म तो कंस के कारागृह में वसुदेव जी एवं देवकी मैया के यहाँ होता है लेकिन भगवान का पालन यशोदा व नन्द बाबा के सानिध्य में होता है । यशो ददाति इति यशोदा अर्थात जो सभी को यश प्रदान करने वाली है वही यशोदा है। नन्द का आशय आनन्द से है जो सभी को जीवन मे रहे। जो आनन्द की प्राप्ति कराता हो वही नन्द है और उसी के घर परमानन्द का प्रवेश होता है। भगवान की बाल लीला को बताते हुए कहा कि नन्दोत्सव मे सभी नन्दबाबा के यहा बधाई लेकर आती है उसी समय पूतना राक्षसी सुंदर वेश धारण कर भगवान को मारने आती है लेकिन भगवान ने उसे सायुज्य मुक्ति प्रदान की । भगवान दयालु हैं। पूतना जैसी राक्षसी को भी उत्तम गति प्रदान करना उनकी दयालुता का परिचायक है। शकटासुर तृणावर्त और यमलार्जुन का इसी प्रकार भगवान ने विभिन्न लीलाओं के माध्यम से श्रापमुक्त कर मुक्ति प्रदान की। मौके पर  मौके पर पी एन सिंह, उपेन्द्र सिंह, बृजेश सिंह संजय अग्रवाल, संतोष शर्मा,यज्ञनारायण सिंह, शैलेश तिवारी,दिनेश सिंह, कन्हैयालाल जायसवाल, ममता तिवारी, छाया पाण्डेय, रेखा अग्रवाल, संतोष पाठक, राजेश तिवारी, विकास चौबे,आलोक पांडेय, पवन शुक्ला, शिवम् तिवारी, वैभव तिवारी भागवत नारायण चौरसिया, बंटी सिंह, मिथलेश मिश्रा, सुमित सिंह,मनोज श्रीवास्तव , नरेन्द्र मिश्रा ,अशोक कुमार सिंह , विजय यादव, शिवम्,संदीप, विजय कुमार,आदि ने कथा व्यवस्था में सहयोग किया। मौके पर सैकड़ों भक्तों ने कथा रूपी अमृत का लाभ उठाया।



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