रोहनिया विधायक की पहल पर जिलाधिकारी ने मांगा दो दिन का मौका,खुदाई कार्य रुका
रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी।मोहनसराय से लहरतारा जाने वाली जीटी रोड के चौड़ीकरण के दौरान सड़क के किनारे पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा किए गए सीमांकन के बाद मकान तथा जमीनों पर 92 फिट पर लगाए गए लाल निशान तक अतिक्रमण को हटाकर जेसीबी द्वारा गड्ढा खोदते समय नरउर गांव के रामधनी पटेल के घर के सामने सड़क के मध्य से 85 फिट की दूरी पर पीडब्यूडी लिखा पत्थर मिलने से ग्रामीणों के कान खड़े हो गए। जिसके दौरान पीडब्ल्यूडी विभाग तथा क्षेत्रीय लेखपाल व कानूनगो द्वारा सड़क के मध्य से 92 फीट नापी का ग्राम प्रधान के साथ स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। स्थानीय लोगों के साथ ग्राम प्रधान गामा प्रसाद सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा मोहनसराय से लहरतारा जाने वाली जीटी रोड को फोरलेन से सिक्स लेन में परिवर्तित करते समय रोड के मध्य से दोनों तरफ 92 फीट पर लाल निशान लगाया गया है। चकबंदी व नक्शे के हिसाब से मध्य सड़क से 85 फीट की दूरी के बाद चकबंदी विभाग ने जमीन का चकबंदी किया है। यदि 85 फीट के बाद लोक निर्माण विभाग भूमि अधिग्रहण करता है तो बहुत लोगों का भी जमीन उसके अंतर्गत आएगा जिससे उसके मकान, दुकान ,व्यवसाय प्रभावित होंगे जिससे काफी आर्थिक क्षति होगी। जबकि सिर्फ नरउर गांव के अगल-बगल सड़क के मध्य से 85 फीट ही लिया जा रहा है। जिसकी सूचना प्रभावित लोगों ने रोहनिया विधायक डॉक्टर सुनील पटेल को अवगत कराया। इसके बाद रोनिया विधायक डॉक्टर सुनील पटेल ने जिलाधिकारी से बात किया। जिलाधिकारी ने समस्या की समाधान के लिए दो दिन की समय मांगा और दो दिन तक सड़क के किनारे खुदाई कार्य को बंद कर दिया। ग्रामीणों के विरोध करने के कारण नापी कर रहे लेखपाल तथा कानूनगो वापस लौट गए। इस दौरान विवेक सिंह ,जितेंद्र, घनश्याम पटेल, प्रदीप, अभय गुप्ता, अनिल सिंह, शिवकुमार, सुशील, सुनील पटेल इत्यादि प्रभावित लोग उपस्थित रहे।
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