रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भ समापन दिवस ' के अवसर पर शुक्रवार को एशियन ब्रिज इंडिया के तत्वाधान में ' क्रिया ' दिल्ली के सहयोग से जख्खिनी स्थित सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ।कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए ब्लॉक परियोजन अधिकारी ने कहा कि गर्भ धारण करने , संतान को जन्म देने उसे पालने और बड़ा करने में पोषण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।नीति (एशियन ब्रिज इंडिया)ने बताया कि प्रजनन अधिकारों में गर्भनिरोधन और यौन स्वास्थ्य के बारे में शिक्षा और जानकारी प्राप्त करने का हक, यौन निर्णय करने का हक, कि कौन से प्रकार के गर्भनिरोधक प्रयोग करने हैं, बच्चे कब और कितने पैदा करते हैं, सुरक्षित और कानूनी गर्भ समापन का हक और प्रजनन स्वास्थ्य का हक़ में उपरोक्त सब कुछ शामिल है। समाज में व्याप्त गर्भ समापन के लिए तामाम मिथ्य जैसे अपना गर्भसमापन हेतु किसी विवाहित या अविवाहित महिला को अपने पति या गार्जियन की सहमति लेना आवश्यक है।कार्यशाला में प्रमुख रुप से बृज मोहन, डॉ अनामिका,साहिल, आशा,अनुज, किरन, सरिता सहित एएनएम और संगिनी की उपस्थित रहे।
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