विकास प्राधिकरण के वादा खिलाफी से आक्रोशित किसान जिलाधिकारी से मिलकर विकास प्राधिकरण अधिकारियों के अवैधानिक कार्य प्रणाली पर लगाम की मांग की
विकास प्राधिकरण सौहादपूर्ण माहौल को बार बार खराब कर सरकार की छवि कर रहा है धूमिल- विनय शंकर राय मुन्ना
रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया।मोहनसराय किसान संघर्ष समिति की कोर कमेटी जिलाधिकारी एस राज लिन्गम से उनके कार्यालय में मंगलवार को किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय "मुन्ना" से मिलकर विन्दुवार लम्बी वार्ता की। विनय राय ने जिलाधिकारी से कहा कि 10 जून को आप धरना स्थल पर स्वतः जाकर बिना मुआवजा लिये किसानों को भरोसा दिये थे कि आप सबकी जमीन या तो डिनोटिफाई होकर अवमुक्त हो जायेगी या भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 के आधार पर वर्तमान सर्किल दर का चार गुना मुआवजा देकर जमीन सरकार लेगी और अन्य विन्दुओं पर वार्ता हेतु जल्द किसान संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल से प्रशासन मिलकर वार्ता कर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के आधार पर कार्य करेगा।लेकिन उक्त सहमति के बाद दमन के शिकार किसानों ने अपने हक अधिकार के लिये बनायी मोहनसराय किसान संघर्ष समिति को नजरअंदाज कर जिस प्रकार मंगलवार को विकास प्राधिकरण के अधिकारी पीएसी एवं भारी पुलिस फोर्स के साथ पुनः मौके पर गये है और जो मुआवजा नही लिये है उनकी जमीन भी कब्जा कर रहे जो सिद्ध करता है कि विकास प्राधिकरण के अधिकारी अभी भी गैर जिम्मेदराना एवं अवैधानिक कार्य करने पर अमादा है। जिसपर अगर लगाम नही लगेगी तो अनावश्यक पुनः विवाद होगा जिससे सरकार की छवि खराब होगी । जिलाधिकारी ने एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह की अध्यक्षता मे टीम गठित किये जिनके साथ मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के कोर टीम के साथ आज तहसील सभागार राजातालाब में सुबह 11 बजे प्रशासन और किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ विन्दवार वार्ता होगी । जिलाधिकारी से वार्ता करने मे प्रमुख रूप से शशि प्रताप सिंह, मेवा पटेल, छेदी पटेल, दशरथ पटेल, दिनेश तिवारी , बच्चा मिश्रा, विजय वर्मा, प्रेम शाह, नखडू , भाईराम, लोरिक, सत्यप्रकाश सहित इत्यादि किसान शामिल थे।
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