विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर शी मूवमेंट फाउंडेशन द्वारा किया गया समुदाय जागरूक कार्यक्रम
चन्दौली पीडीडीयू नगर। 31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सामाजिक संस्था शी मूवमेंट फाउंडेशन द्वारा हिनौली ग्राम सभा स्थित पंचायत भवन में जागरूकता कार्यक्रम का आय़ोजन किया गया।
मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान राजेश राव ने बताया कि आज जैसे-जैसे हम विकास कर रहे हैं हमारे सामने चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। पहले तम्बाकू आधारित सामानों का उत्पादन कम मात्रा में होता था इसलिए समाज में यह महामारी के रूप में नहीं थी। लेकिन आज तो पुरूषों के साथ-साथ महिलाएं और यहां तक कि बच्चे भी इसका सेवन आसान उपलब्धता के कारण कर रहे हैं। सरकार को इस पर लगाम लगाने के लिए जो कानून मौजूद हैं उनका कड़ाई से पालन कराना चाहिए। गुटखा, सिगरेट, सूर्ती, तम्बाकू आदि के उत्पादन पर सरकार को लगाम कसनी चाहिए।संस्था के निदेशक सिद्धार्थ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे महामारी का दर्जा दिया गया है। इसके सेवन में आज महिलाएं भी हैं विशेषकर शहरी महिलाएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में लगभग 1.3 अरब लोग तम्बाकू का किसी न किसी रूप में नियमित सेवन करते हैं। इसमें लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं की संख्या है। प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू के सेवन से कैंसर, डायबिटीज, स्ट्रोक, ब्रेस्ट कैंसर आदि घातक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं और बेसमय मौत के मुंह में समा जाते हैं। भारत में भी तम्बाकू का सेवन करने वालों के आंकड़े अप्रत्याशित रूप से पिछले 10 वर्षों में बढ़े हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या 15-40 वर्ष के नाबालिग/नौजवानों की है जो सिगरेट, गुटखा आदि का नियमित सेवन कर रहे हैं। सरकार को तम्बाकू आधारित सामानों के उत्पादन पर कड़ाई से कमी करने का निर्देश देना होगा वर्ना आने वाले वर्षों में स्थिति बद से बद्तर बन सकती है। निदेशक सिद्धार्थ ने आगे बताया कि इस वर्ष का तम्बाकू निषेध दिवस का थीम हमें भोजन चाहिए घोषित किया गया है जिसके लिए समाज को जागरूक किया जा रहा है कि शरीर को भोजन की जरूरत होती है। इसे कमजोर और खोखला बनाने वाले तम्बाकू की नहीं। इसलिए हम सभी को तम्बाकू के सेवन के खिलाफ अभियान चलाना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करती हुईं समूह सखी उमरावती देवी ने कहा कि हम महिलाओं की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि हम समाज में फैल रहे इस बुराई को फैलने से रोकें। परिवार में बच्चों और बड़ों दोनों को समझाएं और इसके घातक परिणाम से परिचित कराएं। इसके लिए हमें ग्राम स्तर पर कमेटी बनाकर खुली बैठक करके ग्रामवासियों को जागरूक करना पड़ेगा, दुकानदारों को भी समझाना पड़ेगा कि मुनाफा कमाने की जगह इसके बिक्री को कम से कर तरजीह दें ताकि गांव के युवक इसको न खरीद सकें। कार्यक्रम में गांव की कुछ महिलाओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
इससे पहले अतिथियों का स्वागत संस्था के अल्तमस ने, धन्यवाद ज्ञापन यासिर जावेद ने तथा कार्यक्रम का संचालन कुमार नन्दजी ने किया। इस दौरान शीला देवी, महराजी देवी, उषा देवी, गुड़िया देवी, गरिमा देवी, सोनी देवी, ज्येति देवी, उषा, मंजू, लक्ष्मी, सरला, पंचायत सहायक अभिषेक रंजन, अरविन्द चौहान, अभिषेक, राकेश आदि लोग मौजूद थे।
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