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Sunday, March 5, 2023

पीड़ित किसानों को वैधानिक रूप से परिपक्व बनाने हेतु लगी पाठशाला

 

पीड़ित किसानों ने होली नही मनाने का सर्वसम्मत से लिया निर्णय

रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव

वाराणसी रोहनिया।बैरवन पंचायत भवन पर रविवार को किसानों को वैधानिक रूप से परिपक्व एवं कानून की विस्तृत जानकारी हेतु मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय "मुन्ना" की अध्यक्षता मे लगी पाठशाला तथा किसान पंचायत हुई। जिसमें किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि वाराणसी जिला प्रशासन की गैर कानूनी हरकतों एवं तानाशाही रवैया से आजिज आकर एवं परेशान होकर किसान इस वर्ष होली का त्यौहार नहीं मनाएंगे और रंगों की होली नहीं खेलेंगे। क्योंकि प्रशासन के लोग कानून का खुला उलंघन कर अन्नदाता की नीद हराम कर दिये हैं। प्रशासन खुलेआम अन्नदाता के हक अधिकार पर डाका डालने हेतु अमादा है जिससे दुखित होकर योजना से प्रभावित उक्त चारों गांव के किसान  रंगो का त्यौहार होली नही मनाने का निर्णय लिये क्योकि किसान दुखित होकर टूट चुका है।किसानों का रंग में भंग प्रशासन डाल चुका है।

पाठशाला के मुख्य वक्ता दी बनारस बार के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के प्रावधानों को विस्तार से बताया।उन्होंने कहा जन सूचना अधिकार के तहत मांगी गई सूचनाओं की जानकारी न देना प्रशासन के अवैधानिक कार्यो का स्पष्ट प्रमाण है। 1998 की अधिसूचना से लेकर बिना किसानों के सहमति के 2003 में किसानों का नाम अर्जेन्सी दिखाकर काटना एवं विकास प्राधिकरण वाराणसी का दर्ज करना,बिना अवार्ड किए किसानों का नाम उनके ही पुस्तैनी जमीन से काटकर विकास प्राधिकरण का नाम किसानों की खतौनी पर दर्ज कर लेने से लेकर 2013 भू अर्जन एवं पुनर्वास  कानून के आधार पर 26/07/2021 में उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर उक्त योजना रद्द कर किसानों की जमीन डिनोटिफाई हेतु लिए गए निर्णय एवं माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज में चल रहे मुकदमे के दौरान कब्जे की प्रक्रिया पुनः अपनाना पूर्णता अवैधानिक एवं तानाशाही है। वैधानिक लड़ाई हेतु किसानों को घर घर जाकर जागरूक करने हेतु जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय हुआ जिसके संयोजक किसान पुत्र उदय वर्मा को बनाया गया। पंचायत एवं पाठशाला में प्रमुख रूप से मेवा पटेल, बिहारी पटेल, अमलेश पटेल ,हृदय नारायण उपाध्याय, दिनेश तिवारी, बिटना देवी, भगवती देवी, राजपति देवी, लक्ष्मीना, कलावती, राजेश मिश्रा,लाल बहादुर पटेल, जय नाथ मिश्रा , विजय गुप्ता, प्रेम शाह , डॉ सुरेंद्र पटेल, मनोज पटेल, रमेश पटेल, राम राज पटेल, अमृतलाल,धीरू यादव सहित इत्यादि किसान शामिल थे।



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