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Wednesday, March 15, 2023

महिला हिंसा के खिलाफ सड़क पर उतरीं महिलाएं, तहसील का किया घेराव व प्रदर्शन

 

रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव

वाराणसी रोहनिया। घरेलू महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव, यौन उत्पीड़न के खिलाफ बुधवार को सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं सड़क पर उतरीं। आक्रोशित महिलाओं  ने उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बिक्री पर रोक लगाने की माँग भी उठाई। महिला चेतना समिति, लोक समिति, दिहाड़ी मजदूर संगठन और आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित महा सम्मेलन कार्यक्रम में आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लाक के करीब 70 गाँव से आई सैकड़ों महिलाओं ने  ढोल नगाड़ों तख्ती बैनर के साथ  राजातालाब बाजार से तहसील तक जन आक्रोश रैली निकाली। हजारों महिलाओं के प्रदर्शन से जी टी रोड  जाम हो गया। लड़कियों महिलाओं के हुँकार से पूरा तहसील परिसर गूँजने लगा।बलात्कारियों को जेल में बन्द करो,महिला हिंसा बंद करो, छेड़खानी पर रोक लगाओ, शराब बेचना बंद करो, बिलकिस बानो व हाथरस की बेटी को न्याय दो आदि कई प्रकार के स्लोगन लिखे तख्ती के साथ पूरे राजातालाब बाजार का भ्रमण किया। तहसील पर महिलाओं ने शराब बिक्री, महिला हिंसा,बाल विवाह,गैरबराबरी के खिलाफ नारे लगाए और उपजिलाधिकारी को चौदह सुत्रीय ज्ञापन सौपा।रैली के उपरान्त सिंचाई डाक बंगला में महिला हिंसा के खिलाफ महिला महा सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य पूनम मौर्या, लोक चेतना समिति की निदेशिका रंजू सिंह, पूनम,राजकीय महिला महाविद्यालय से प्रोफेसर गीता रानी,पूनम गुप्ता तथा लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर आयोजित सभा में महिलाओं ने महिला हिंसा को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया। गाँव की महिलाओं ने नाटक,गीत, सभा के माध्यम से अपने अधिकार की माँग किया। जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या  ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकार के प्रति सजग होना होगा। समाज में बराबरी के लिये उनकी राजनीतिक भागीदारी जरुरी है। राजकीय महिला महाविद्यालय सेवापुरी की प्रोफेसर गीता रानी ने महिलाओं और लड़कियों को उनके अधिकार और विभिन्न कानूनों की जानकारी दिया। महिला चेतना समिति कि निदेशिका रंजू सिंह ने कहा कि आये दिन हर गांव शहर में लड़कियों और महिलाओं के साथ हिंसा छेड़खानी,व बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। सरकार को इन हैवानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमे अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं अपनी हाथ में लेनी होगी। समाजिक कार्यकर्ती मैत्री  ने कहा कि गाँव के ज्यादातर लोग शराब में डूब चुके है और इसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है महिलाओं के उपर होने वाली घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, बलात्कार, मारपीटआदि का सबसे बड़ा जिम्मेदार शराब है। शराब को पूरे प्रदेश में बन्द कर देनी चाहिए। धरने का नेतृत्व नन्दलाल मास्टर, संचालन अनीता और सोनी,अध्यक्षता आशा राय और धन्यवाद ज्ञापन सरोज ने किया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से रंजू सिंह,अनीता  सरिता सोनी, आशा,मधुबाला ,शमबानो,पूनम,शर्मिला,मुकेश प्रधान, प्रेमा,चन्द्रकला,आशा,,ममता,मैनम, कुसुम पूजा,सितारा सुमन,प्रीति,नीतू,सुषमा ,सरोज, नन्दलाल मास्टर, शर्मिला,राजेश अमित,रवि गुप्ता श्यामसुन्दर,रामबचन,सुनील आदि लोग शामिल रहे।



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