रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया-इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ाईन आर्टस, घमहापुर, गंगापुर में राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ द्वारा आयोजित स्ववित्तपोषित ग्रीष्मकालीन चित्रकला कार्यशाला में निर्मित कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी आयोजित की गयी। जिसका उद्घाटन अपराह्न 2 बजे काशी की प्रख्यात लोक गायिका शैलबाला मिश्रा व आनन्द कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया I जिसके दौरान मुख्य अतिथि शैलबाला मिश्रा ने नवोदित कलाकारों के प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि कला अंतर्मन की अनुभूतियों की ऐसी प्रांजल अभिव्यक्ति होती है जिसे देखकर या सुनकर मन आह्लादित हो जाता है ऐसी ही कुछ सुखद अनुभूति इस प्रदर्शनी में लगे चित्रों व मूर्तिओं को देखकर हो रही है I यह कार्यशाला 6 जून से 3 जुलाई तक चली जिसमें लैंडस्केप, पोर्ट्रेट, मिट्टी की उपयोगी वस्तुएं, छापाकला व फोटोग्राफी का विविध विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गयाI कार्यशाला में इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ाईन आर्टस, वाराणसी; काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी व आस-पास के 39 प्रतिभागियों ने भाग लियाI अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने किया। सञ्चालन डॉ. अनिल कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन विकास कुमार सिंह ने किया I कार्यशाला में प्रोफेसर सरोज रानी, संदीप मिंज, विकास कुमार सिंह, आशीष कुमार मिश्रा, मनोज कुमार प्रजापति, सतीश कुमार पटेल, अनिल कुमार पटेल व राहुल बिस्वास ने कला के विविध विधाओं के प्रशिक्षण का कार्य किया I कार्यशाला के सफल संपादन में सुशांत सिंह, मुन्ना सिंह, धनेश सिंह व सोनी का विशेष सहयोग रहा I इस अवसर पर संस्थान के प्रतिभागियों के साथ-साथ श्रीरूप मन्ना,जान्हवी. पलक, अनुजा, प्रांजल व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेI
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