चन्दौली चकिया कृभको (कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड) द्वारा जैव उर्वरक प्रोत्साहन अभियान के अंतर्गत गांव हिनौती उत्तरी में एक किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता कृभको के प्रबंधक ओ.के.सिंह ने किया। इस अवसर पर उपस्थित कृषि विशेषज्ञों व कृभको के अधिकारियों ने कहा कि भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने तथा रासायनिक उर्वरकों की उपयोग क्षमता बढ़ाने के लिए कार्बनिक खादों तथा जीवाणु टीकों का किसानों को अवश्य प्रयोग करना चाहिए। इससे नाइट्रोजन उर्वरकों की आंशिक तथा फास्फोरस पोटाश व अन्य पोषक तत्वों की शत-प्रतिशत बचत की जा सकती हैं। इससे कृषि लागत घटेगी,भूमि में जैविक कार्बन बढ़ेगा, लाभकारी जीवाणु बढ़ेंगे व पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा। जैव उर्वरकों को ही जीवाणु टीका के नाम से जाना जाता है। दलहनी फसलों में राइजोबियम तथा अनाज वाली फसलों को रायजोटीका लगाने से 15 से 20 फीसद पैदावार बढ़ जाती है। इस दौरान जैव उर्वरकों का प्रयोग करने की विधि विस्तार से बताई गयी।ऐजेटो वैक्टर तथा फास्फोटीका व पोटाश जैव उर्वरक से बीज उपचार करने के लिए दो कप पानी में 50 ग्राम गुड़ खोलकर उसमें जीवाणु टीका मिलाकर बीज बोने से पहले मिलाएं। थोड़ी देर छाया में सुखाकर बिजाई कर दें।कृभको द्वारा नाइट्रोजन बनाने वाले जैव उर्वरक तथा फासफोरस व पोटाश जैव उर्वरक एक ही बोतल में भरकर कंसोर्टिया नाम से किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। गोष्ठी में कृभको के क्षेत्राधिकार आदर्श कुमार सिंह, वैज्ञानिक डॉ. कपिल कुमार सिंह,के बी एस के इंचार्ज रमेश चन्द्र शुक्ल व कृषक अनिल कुमार प्रधान, जितेंद्र कुमार, रंजीत कुमार, कंचन प्रताप बबलू, सुदामा, चन्द्रशेखर, मनोज सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।
Post Top Ad
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Post Bottom Ad
About us
"जन सच"सम्पादक हिन्दी समाचार पत्र के दैनिक,साप्ताहिक एवं पत्रिका तथा सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्मों पर काम कर चुके हैं।पत्रकारिता के क्षेत्र में 22 वर्षों के एक लम्बे अनुभव के बाद "जन सच"पोर्टल को इस विश्वास के साथ चला रहे हैं कि सच्ची और सही खबरें पाठकों को सुलभता के साथ उपलब्ध हो सके।
हम से सम्पर्क-
jansach20@gmail.com
No comments:
Post a Comment