रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान शाहंशाहपुर द्वारा वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारिता प्रबंधन संस्थान, पुणे व एपीडा के सहयोग से बुधवार को 4 दिवसीय “कृषक उत्पादक एवं सहकारी संगठनों के द्वारा कृषि निर्यात” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। जिसमे बिहार व उत्तर प्रदेश के 35 कृषक उत्पादक एवं सहकारी संगठनों के अध्यक्ष एवं अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है।जिसमें 100 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह के अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक, डॉ. तुषार कान्ति बेहेरा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं सब्जियों के निर्यात के महत्व पर प्रकाश डाला। देश में सब्जियों के निर्यात की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं व किसान भाई कृषक उत्पादक एवं सहकारी संगठनों के माध्यम से सब्जियों का निर्यात कर अपनी आय व रोजगार में वृद्धि कर सकते हैं। आवश्यकता इस बात की है कि सब्जियों का उत्पादन, भण्डारण एवं पैकेजिंग इत्यादि निर्यात के मानकों के अनुरूप किया जाय। उद्घाटन समारोह में वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारिता प्रबंधन संस्थान, पुणे से डॉ. मनीषा पालीवाल ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता के विषय में बताया। इस चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सब्जियों के निर्यात से सम्बन्धित व्याख्यान, प्रयोगात्मक, अनुसंधान प्रक्षेत्र भ्रमण के साथ-साथ निर्यात से जुड़े हुए कृषक उत्पादक संगठनों पर भ्रमण का भी कार्यक्रम है। इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. एम सिंह, डॉ. आर. बी. यादव, डॉ. के. के. पाण्डेय उपस्थित के साथ-साथ अन्य वैज्ञानिक उपस्थित रहे।धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पी. एम. सिंह ने दिया व कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज सिंह ने किया।
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