घटना की निष्पक्ष जांच करने के साथ पीड़ितों की आर्थिक मदद करे सरकार
रिपोर्ट-आर०पी०यादव
चंदौली मनराजपुर रात में अकेली युवा अविवाहित लड़कियों के घर मे रहते हुए पुलिस का दबिश देना एक सुनियोजित अपराध है।जिसके पीछे दबंग छवि के थानेदार की कुत्सित मंशा दिखाई पड़ती है।उक्त कथन वाराणसी की पूर्व लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती शालिनी यादव ने आज मनराजपुर गांव में पुलिस दबिश के दौरान मृत व घायल लड़कियों के पीड़ित परिजनों से मिलने के दौरान कही।उन्होंने कहा कि सरकार के सामने इससे बड़ी कानून व्यवस्था की खुली चुनौती और कोई नहीं हो सकती।जिसके पूरे घटनाक्रम में पुलिस की ही भूमिका सन्देह के घेरे में हो।श्रीमती यादव ने कहा कि महिला सुरक्षा कानून में किसी भी घर मे महिलाओं के अकेले रहने पर पुरुष
पुलिस वगैर मजिस्ट्रेट के घर के अंदर प्रवेश नही कर सकती।किंतु इसका पालन नही किया गया,जिसके कारण चंदौली पुलिस की कार्य कुशलता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।उन्होंने मांग किया कि शीघ्र ही निष्पक्ष जांच कर दोषियों को दण्डित करना न्याय के हक के लिए आवश्यक है।उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग किया कि मृतका की माताश्री को 50 लाख रुपये और घायल युवती को उसके उपचार व विवाह के लिए 50 लाख की सांत्वना राशि की मदद दिया जाना अतिआवश्यक है।वरिष्ठ सामाजिक नेता डॉ अंकित यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में भय पैदा कर रही है जिसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। इसके पहले श्रीमती शालिनी यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने इस प्रकरण में परिवार के मुखिया कन्हैया यादव,मृतका की माँ,घायल युवती व भाई से घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। प्रतिनिधिमंडल में श्रीमती शालिनी यादव के अलावा डॉ अंकित यादव, अरुण यादव, बलिराम यादव, राजकुमार यादव,सूर्यभान यादव, विनोद यादव एवम सत्यदेव गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे।
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