गंगा किनारे आश्रम में रह रहे थे बीस वर्षो से,वारदात की वजह नहीं हो सकी स्पष्ट
रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया - अखरी पुलिस चौकी क्षेत्र में गंगा किनारे छितौनी कोट स्थित मौनी बाबा की कुटिया आश्रम में रहने वाले सूर्यबली यादव बाबाजी 65 वर्ष का शव मिला है।जिससे सनसनी फैल गयी।आशंका है कि सिर और गर्दन पर वजनी औजार से वार कर उनकी हत्या कर दी गयी। बाबाजी का शव और घटनास्थल देखने से ऐसा लग रहा था जैसे हत्या से पहले हत्यारों से उनकी जमकर भिड़ंत हुई हो।सूत्रों से मिली खबर के अनुसार गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने बाबाजी का खून से लथपथ शव देखा तो सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची रोहनिया थाने की पुलिस ने घटनास्थल के समीप से एक चाकू बरामद किया।फिलहाल वारदात की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस ने आश्रम के आसपास रहने वालों से घटना के संबंध में पूछताछ किया। इसके अलावा आश्रम के समीप ही स्थित कान्हा उपवन में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।रात में तेज शोर सुनाई दिया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहनिया क्षेत्र के अंतर्गत खनाव निवासी सूर्यबली यादव बाबाजी छितौनी कोट स्थित कान्हा उपवन के समीप मौनी बाबा की कुटिया आश्रम में लगभग 20 साल से रहते थे। हत्या की सूचना पाकर पहुंची पुलिस की पूछताछ के दौरान गंगा किनारे मौनी बाबा की कुटिया आश्रम के समीप ही रहने वाले धर्मेंद्र मिश्र बाबाजी ने बताया कि बुधवार की शाम के बाद सूर्यबली यादव अंदर बने कमरे में चले गए थे। रात में करीब नौ बजे के आसपास वहां अक्सर आने वाला एक आदमी कुछ लोगों के साथ चबूतरे पर बैठा दिखा था। उसे उन्होंने डंडे से मारा था और कहा था कि फालतू लोगों को यहां न बैठाया करो।इसके कुछ देर बाद खूब तेजी से शोर हुआ और फिर कुछ देर बाद दो लोग गंगा तट की तरफ भागने लगे।उसी दौरान एक आदमी कान्हा उपवन गेट की तरफ से निकला।इसके बाद सब कुछ सामान्य हो गया था।कभी-कभार ही आते थे घर सूर्यबली यादव के परिजनों ने बताया कि उनकी पत्नी की मौत दो वर्ष पहले हो गई थी। तीन बेटों और दो बेटियों के पिता सूर्यबली यादव छह भाइयों में पांचवे नंबर पर थे। उनके बड़े बेटे सुरेश ने बताया कि 20 साल से ज्यादा समय से वह मौनी बाबा की कुटिया आश्रम में ही रहते थे और कभी-कभार खास आयोजन पर ही घर आते थे। वहीं वारदात के बाद घटनास्थल पर इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने बताया कि अक्सर यहां शराब और गांजा पीने वालों का जमावड़ा लगता है। सूर्यबली यादव बाबाजी इसका विरोध भी करते रहते थे।मौनी बाबा की कुटिया आश्रम के पास तीन महीने पहले जाली लगाकर बाउंड्री बनायी गयी थी। घटना स्थल का निरीक्षण एसपी देहात अमित वर्मा सीओ सदर ने किया।इस मामले में एसपी देहात ने बताया कि अहम सुराग पुलिस टीम को लगा है। मौके से चाकू बरामद हुआ है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है। साथ ही टीम जाँच पड़ताल में जुटी हुई है कि हत्या किस वजह से व किस कारण से हुई है।
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