रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया-शाहंशाहपुर स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में राजभाषा कार्यशाला ’’पत्र लेखन में राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा’’ विषय पर आयोजित की गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. सोनी स्वरूप, प्रक्तता, हिंदी, सेन्ट्रल हिन्दू ब्वायज स्कूल, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी थी। मुख्य अतिथि का स्वागत सम्बोधन डॉ. डी. आर. भारद्वाज द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने व्याख्यान में राजभाषा, गृहमंत्रालय, भारत सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध कृषि तकनीकी एवं प्रशासनिक शब्दावली, ई-महाशब्दकोश तथा लीब्रे आफिस का उपयोग कर संस्थान के वैज्ञानिकों को अपने कृषि शोध परिणामों का प्रकाशन एवं प्रशासनिक कार्यों को सरलतापूर्वक राजभाषा में करने के लिए विस्तार से बताया। इसके अलावा वायस इन वायस के माध्यम से पत्र लेखन करने की जानकारी दी। सरकारी एवं अर्ध सरकारी पत्रों के प्रारूपों को दिखाकर उनको सरलतापूर्वक कैसे भरा जाये इसके बारे में भी बताया जिससे अहिन्दी भाषी वैज्ञानिकों को इसका उपयोग बार-बार करने से राजभाषा के उपयोग में दक्षता विकसित होगी। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. तुषार कांति बेहेरा ने संस्थान में राजभाषा की विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी एवं मुख्य अतिथि महोदया के साथ प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये।इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रभाकर मोहन सिंह, डॉ. राजबहादुर यादव, डॉ. कौशलेन्द्र कुमार पाण्डेय एवं राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य डॉ. विजया रानी, सुजीत कुमार सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रामेश्वर सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नकुल गुप्ता द्वारा किया गया।
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