रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया- मानस प्रचार समिति द्वारा प्राचीन शिवधाम मंदिर दरेखू मे चल रहे नौ दिवसीय रामकथा के तीसरे दिन पं० रामचन्द्र मिश्र ने कहाकि गुरु की कृपा से समस्त कार्य सम्पन्न हो जाते है गुरु ही ऐसा है जो प्रभु से मिलन करा सकता है। अगर प्रभु की कृपा को प्राप्त करना है तो गुरु की शरण मे जाओ सत्संग के माध्यम से मनुष्य भव रुपी संसार से पार हो सकता है ।आज मनुष्य अपने स्वार्थ व भौतिक सुख सुविधाओं में उलझकर रह गया है अपने कर्तव्य से विमुख होकर मानवता के विपरीत कार्य कर रहा है जिससे समाज मे तमाम तरह की विकट स्थितियां पैदा हो गयी है। अगर इनको दूर करना है तो हमें गुरु की शरण में जाकर संत्संग करना होगा यही एक माध्यम है जो प्रभु के प्रति हमारी आस्था को मजबूत बनाता है। जब तक हम पूर्ण विश्वास के साथ प्रभु का गुणगान नही करेंगे तब तक हमारे जीवन में सुख शांति नही आनेवाला है चाहे हम सुख शांति के लिए कितना भी उपाय कर लें ।पं० कृष्ण मोहन चौबे ,पं० उमानंद त्रिपाठी ने गुरु महिमा की विशद ब्याख्या की ।मंच संचालन पं० राकेश चंद्र पांण्डेय ने किया। कथा के उपरांत समिति के तिलकधारी मिश्रा ने श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया ।
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