रिपोर्ट-इन्द्रजीत भारती
नौगढ़ चंदौली हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदिवासी वनवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पकौड़ी लाल कोल विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद कुंवर छोटेलाल खरवार एवं sc-st प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मनीराम कोल उपस्थित रहे।सम्मेलन के दौरान आदिवासी समाज का कैसे उत्थान हो इस विषय पर चर्चा करते हुए बताया गया कि सदन में बार-बार कहने के बावजूद भी चंदौली क्षेत्र के आदिवासी समाज को आदिवासी का दर्जा नहीं दिया जा रहा है और ना ही इसे जनजाति में जोड़ा जा रहा है। बार-बार पत्र लिखने के बावजूद भी पत्र का जवाब मिलता है कि जांच कराई जा रही है।रविवार को चकरघट्टा थाना क्षेत्र के बजरडीहां ग्राम पंचायत के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आदिवासी वनवासी समाज का विशाल सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें मुख्य अतिथि पकौड़ी लाल कोल नहीं पहुंचे और विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद कुंवर छोटेलाल सिंह खरवार ने बताया कि हमारा समाज दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है क्योंकि बाबा भीमराव अंबेडकर संविधान में हम सभी जनजातियों को जितना आरक्षण दिए हैं उस हिसाब से हम लोगों का विकास नहीं हो रहा है और ना ही होने दिया जा रहा है क्योंकि चंदौली जिले के आदिवासी बनवासी समाज के लोगों को जनजातीय आदिवासी का प्रमाण पत्र या दर्जा दिए जाने के संबंध में सदन में बार-बार चिल्ला चिल्ला कर कहने के बावजूद लिखित प्रार्थना पत्र भी दिया गया लेकिन बस हाथ
में आया तो जांच करवाने की रिपोर्ट और आश्वासन। इसी तरह से सभी विकास कार्य रुक जा रहे हैं।हमारे समाज के लोगों को एकजुट होकर शिक्षित और संगठित होना पड़ेगा तभी इस समाज का उत्थान हो पाएगा। इसलिए आप सभी लोग शपथ लीजिए कि आधी रोटी खाकर अपने बच्चे को जरूर पढ़ाएंगे और अपने समाज को जागरूक करने का कार्य करेंगे। एससी एसटी प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मनीराम कोल ने कहा कि जिस तरह से हमारे समाज के नाम को बिरसा मुंडा वीर एकलव्य जैसे धुरंधर महावीर बनाए रखे थे उसी तरह से हमें भी रखना पड़ेगा और तो और हमारे समाज का जो भी समस्या है उस समस्या का समाधान इस तरह से नहीं होने वाला है।समाज की अगुवाई अगर कोई नहीं करेगा तो यह मनीराम कोल करेंगे इसलिए एक दूसरे के सामने हाथ फैलाने का कार्य अब बंद कर दीजिए। पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट ने समाज को संबोधित करते हुए कहे की आप लोगों को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब के बताए हुए मंत्रों को सबसे पहले पालन करना पड़ेगा तभी आपके समाज का विकास होगा जैसे इस समाज के कुछ आईएएस पीसीएस डॉक्टर वकील जज बनेंगे तैसे इस समाज का विकास होगा क्योंकि यही लोग इस आदिवासी वनवासी समाज का नेतृत्व करेंगे, राम कृत कोल ने बताया कि हमारे क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोगों के यहां लगभग 75% वन भूमि है जिस पर वनाधिकार कानून के तहत दावा भी पेश किया गया है लेकिन अब तक कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वन विभाग के कर्मचारी आए दिन किसी न किसी धारा में पकड़कर जेल भेज देते हैं या केस काट देते हैं, शंभू खरवार ने कहा कि हमारे क्षेत्र की सड़कें बिल्कुल जर्जर हो गई हैं जिस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है और वही ब्लॉक से दूर चकरघट्टा थाना क्षेत्र में एक भी हाई स्कूल इंटर के विद्यालय नहीं है जिसकी वजह से हमारी बेटियां लगभग 15 किलोमीटर दूर पढ़ने के लिए जाती हैं इसकी शिकायत जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री को भी दिया गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस अवसर पर बसपा कार्यकर्ता आजाद, प्रधान विमलेश कोल, ईश्वर प्रसाद, अंकुर कश्यप, गंगाराम चेरो, संजय यादव, परसिया पूर्व प्रधान हरगेन सहित कई लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता सियाराम उर्फ कल्लू कोल व संचालन बासुदेव कोल ने किया।
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