वाराणसी सुभाष चंद्र बोस जी के जन्मदिवस पर डॉक्टर सत्य प्रकाश पांडेय जी के कार्यक्रम डॉक्टर सत्या होप टॉक के माध्यम से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया., कवि के साथ कॉफी कार्यक्रम के माध्यम से अनेकों कवियों का आह्वान किया जाता है, कि वे अपने शैक्षिक कविताओं के माध्यम से समाज को नई पहल करने के लिए प्रेरित करें.
सुभाष चंद्र बोस जी के देश हित के कार्यों को याद करते हुए डॉ सत्य प्रकाश ने देश के प्रत्येक बच्चे को राष्ट्र के लिए कुछ देने की प्रवृत्ति सीखने की आवश्यकता बताई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कोलकाता से दिया गया भाषण सुभाष चंद्र बोस जी के विचारों को प्रेरणा देने का कार्य किया, इस पर भी डॉ सत्य प्रकाश ने अपनी बात रखी. कार्यक्रम में देवघर से जुड़े मोहन जी ने अनेकों कविताओं के माध्यम से ऐसा समा बांधा, बच्चे बड़े सभी झूम उठे. सबके मन में यही आतुरता थी किस प्रकार इस कार्यक्रम से जुड़े.
डॉ सत्यप्रकाश ने धनंजय उपन्यास के ऊपर लिखी गई अपनी कविता हे मनीषी! का पाठ करके भी सुनाया और समाज को प्रेरणा दी. महाभारत के ऊपर लिखी गई इस पुस्तक पर अनेकों लोग अपनी समीक्षा दे चुके हैं. अभी कार्यक्रम अगले 31 जनवरी तक इसी तरह चलता रहेगा, जिसमें अनेकों बड़े कवियों के भाग लेने की आशा की गई है।
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