बिजली बिल से तंगहाल बुनकरों ने जुलूस निकाल कर पीएम से लगायी मदद की गुहार
रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया-प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर गुरुवार को राजातालाब तहसील पर प्रदर्शन किया।इसके पूर्व क्षेत्र के नागेपुर, बेनीपुर,हरसोस, जलालपुर, जंसा, नई बस्ती, बीरभानपुर, महमहदपुर, कुण्डरिया,गनेशपुर, कल्लीपुर, मेहदीगंज आदि गाँवों से आये सैकड़ों बुनकर राजातालाब बाजार में एकत्रित होकर सभा किया। वहाँ से जुलूस निकाल कर राजातालाब तहसील के गेट के सामने पहुँचकर बुनकरों के बढ़े बिजली दाम के विरोध में नारे लगाये, आक्रोशित बुनकरों ने कहा कि अभी तक हमें बिजली की पुरानी व्यवस्था 2006 के बिजली विभाग के अधिनियम के अनुसार बुनकरों को एक पावरलूम पर प्रतिमाह 70-75 रुपये बिजली का बिल चुकाना पड़ता था। लेकिन सरकार ने नये नियम बनाकर इस व्यवस्था को खत्म कर दिया नई व्यवस्था के लागू होने के बाद उन्हें अब महीने के कई गुना बिजली का बिल देना
पड़ेगा। जो कि फिलहाल उनके बस की बात नहीं है। बुनकरों ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण बुनकर पहले ही भुखमरी और फाकाकशी पर मजबूर हो गए हैं। बुनकरों के सामने पेट पालने के लिए घर के ज़रूरी सामान और पॉवरलूम को कबाड़ के भाव बेचने जैसी नौबत आ गयी है। ऐसे में बढ़ी हुई बिजली की दरें बुनकर समाज की आर्थिक स्थिति और बदहाल कर देगी। महामारी की मार झेल रहे बुनकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से सरकार से गुहार लगायी है। सभा के उपरान्त दिसंबर तक बिजली के बिल माफ करने और फ्लैट रेट पर बिजली बहाली की पुरानी व्यवस्था फिर से लागू करने आदि 6 सुत्रीय माँग पत्र उपजिलाधिकारी के माध्यम से अपनी मांगों को प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा। ज्ञापन नायब तहसीलदार आकृति श्रीवास्तव को सौपा गया।लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि बनारस के बुनकर पिछले कई दिन से मुर्री बन्द करके विरोध प्रदर्शन कर रहे है। अपनी गंगा-जमुनी तहजीब और बनारसी साड़ी के लिए दुनियाभर में मशहूर है। लेकिन बनारस के बुनकर आज अपनी ही विरासत को लेकर संघर्ष करता नज़र आ रहा है। बनारस की संस्कृति, हस्तशिल्प,और बुनकरों की आजीविका को बचाना बेहद जरुरी है। सभा में बुनकर साझा मंच के मनीष शर्मा ने कहा कि बुनकरों ने फिक्स रेट पर बिजली कि मांग के लिए बुलाई गयी है, बनारस में बुनकरों की आबादी लगभग डेढ़ लाख के करीब है. ऐसे में बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाय और जिन बुनकरों के खिलाफ भी आर सी जारी हुई है उसे वापस लिया जाए. कोरोना महामारी से परेशान बुनकरों को आर्थिक सहायता दिया जाय।कार्यक्रम में मुख्यरूप से नन्दलाल मास्टर,,मनीष शर्मा,इक़बाल कौसर,लियाकत अली, मोहम्मद हारून,रमेश,जैशलाल,सदानंद,प्रभु,रंभू,उमा,संतोष,बबलू,सुरेन्द्र,राजेन्द्र, रामबली,सदानंद, मेघनाथ, मुकेश प्रधान, अशोक, विनोद, पटेल,श्यामसुन्दर मास्टर, सुनील,राम बचन, अमित,पंचमुखी,अनीता, दीनानाथ, सोनी, सुनील, विनोद,राजेश,आदि लोग रहे। जुलूस का नेतृत्व लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने किया।
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