असुरक्षित गर्भ समापन से हर साल 70 लाख महिलाएं होती है बीमार
रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी मिर्जामुराद - प्रधानमंत्री के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षित गर्भ समापन दिवस के अवसर पर जनजागरूकता रैली निकालने के साथ संगोष्ठी हुई। लोक समिति व सहयोग संस्था (लखनऊ) द्वारा लोक समिति आश्रम में आयोजित संगोष्ठी में सुरक्षित गर्भ समापन व परिवार नियोजन को लेकर परिचर्चा हुई।वक्ताओं ने कहा किहर वर्ष होने वाले 5.6 करोड़ गर्भ समापन में 2.5 करोड़ असुरक्षित होते है।इनमें 22000 युवतियों और महिलाओं की मृत्यु हो जाती है, जो की दुनियाभर में होनी वाली मातृत्व मृत्यु का 8 फीसदी है और अन्य 70 लाख महिलाओं को गंभीर या स्थाई नुकसान होता है।इनमें से बहुत से मृत्यु और नुकसान ऐसे है जो रोके जा सकते है।यह मौते ऐसे देशों /राज्यों में होती है जहां के कानून गर्भ समापन पर अनेक तरह के प्रतिबन्ध लगाते है।शोध बताते है कि गर्भ समापन पर प्रतिबंध लगाने से गर्भ समापन कम नहीं होते है, बल्कि असुरक्षित गर्भ समापन को बढ़ावा देते है। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी अभियान के संयोजक रामबचन ने बताया कि डाक्टर से परामर्श लिए बगैर मेडिकल
स्टोर से मिलने वाली गर्भ निरोधक दवाई, कंडोम आदि को प्राप्त करने में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोक समिति द्वारा सहयोग संस्था (लखनऊ) के सहयोग से चार गांव में हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है।जहां परिवार नियोजन सम्बन्धित किट, सेनेटरी पैड, कोरोना महामारी से बचने के लिये सेनिटाइजर किट लोगों को निःशुल्क वितरित किया जा रहा है।इसके साथ ही हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को खासकर युवाओं को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जा रहा है।इस अवसर पर समानता के युवा साथियों ने सरकार से मांग किया कि असुरक्षित गर्भ समापन को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है कि सेवाएं उपलब्ध कराने वाले लोगों को प्रशिक्षण दिया जाए।प्राथमिक उपचार केन्द्रों में उचित गर्भ समापन सेवाएं उपलब्ध कराई जाए।इससे पूर्व निकली जागरूकता रैली नन्दघर समेत गांव में भ्रमण की।संगोष्ठी में मुख्यरूप से ड़ा. मनोज, रामबचन, शैलेन्द्र सिंह 'पिंटू' (पत्रकार), त्रिपुरारी यादव, गोपाल सिंह, कन्हैया लाल, श्यामसुन्दर, सुनील, अमित, पंचमुखी, अनीता, सोनी, विनोद आशा, सरोज, सीमा समेत अन्य महिला-पुरुष शामिल रहे।
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