चंदौली ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा शिक्षक राष्ट्र निर्माता एवं महान रचनाधर्मी शिल्पी है, वह जाति-धर्म, अमीरी-गरीबी, ऊंच-नीच के भेदभाव से रहित होकर मानवता का निर्माण करता
है। तथाअपनी बौद्धिकता सूझबूझ एवं व्यापक सोच से संस्कृति के संक्रमण को दुष्प्रभाव रहित करता है। शिक्षक का संपूर्ण जीवन सदैव लोक हितकारी होता है। कार्यक्रम के आरंभ में सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया तथा उनके व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए कहा वह भारतीय संस्कृति के महान ज्ञानी, शिक्षाविद, दार्शनिक समाज सुधारक, चिंतक एवं भारत गणराज्य के राष्ट्रपति पद को सुशोभित करने वाले तथा युगों युगों तक समाज का मार्गदर्शन करने वाले कालजयी प्रकाश स्तंभ है। वह समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे उनका मानना था कि शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है,और यही आदर्श समाज संरचना का आधार है। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में प्रमुख रूप से राजेश कुमार विश्वकर्मा, हेमंत कुमार विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार विश्वकर्मा,अशोक विश्वकर्मा, विजय विश्वकर्मा आदि थे।इस अवसर पर उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, अजय विश्वकर्मा,सुरेश विश्वकर्मा, कालिका विश्वकर्मा, धीरेंद्र विश्वकर्मा,मिंटू, राकेश विश्वकर्मा, सुजीत विश्वकर्मा इत्यादि लोग थे।Post Top Ad
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