वाराणसी: जिला के डी.यम.योगेश्वर राम मिश्र ने बीते दिनों सदर तहसील और पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडलीय अस्पताल में रविवार को भी औचक निरीक्षण किया साथ ही वी.डी.ए. में भी समय से कर्मचारियों की टोह लेने आ धमके। जिससे कर्मचारियों अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। डी.यम. साहब की अगले दिन खबर पढ़ने के लिए जनता लालायित उत्साहित रहती है ।एवं भूरी भूरी प्रशंसा करते नहीं थकती।
बताते चलें मीडिया ने जब शहर के लोगों से जायजा लिया तो अधिकतर लोगों ने डी.यम.योगेश्वर राम मिस्र साहब की भूरि-भूरि प्रशंसा किया,
साथ ही लोगों ने बताया कि काश डी.यम. साहब शहर में नामचीन प्राइवेट अस्पताल, मेडिकल स्टोरों ,सरकारी, बंजर, नजूल, चारागाह जमीनों पर अवैध कब्जा किए कब्जेदारों एवं जिले में बने एंटी भू माफिया सेल का एवम खाद्य विभाग की कारदानी का औचक निरीक्षण करते, साथ ही मौके पर ही कार्यवाही करते तो इस जनपद की फिजा कुछ और होती व जिले का कायाकल्प हो जाता।
नाम ना बताने की शर्त पर लोगों ने बताया कि जिले में अधिकतर प्राइवेट अस्पताल ट्रामा सेंटर व रिसर्च सेंटर के नाम का बोर्ड टांगें हुए हैं। जबकि सच्चाई कुछ और है, और गरीबों के रिजर्व बेड पर अमीरों का इलाज करते हैं। अधिकतर मेडिकल स्टोरों पर जेनेरिक दवाओं पर उचे दाम का लेबल लगवा कर मरीजों को ठगते रहते हैं ।नकली खाद्य पदार्थों की धड़ल्ले से बिक्री की जाती है। विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे रहते हैं, जो समझ से परे हैं।
यशस्वी जिलाधिकारी वाराणसी महोदय का ध्यान आकृष्ट है। *रिपोर्ट-जी .पी .गुप्ता वाराणसी*
बताते चलें मीडिया ने जब शहर के लोगों से जायजा लिया तो अधिकतर लोगों ने डी.यम.योगेश्वर राम मिस्र साहब की भूरि-भूरि प्रशंसा किया,
साथ ही लोगों ने बताया कि काश डी.यम. साहब शहर में नामचीन प्राइवेट अस्पताल, मेडिकल स्टोरों ,सरकारी, बंजर, नजूल, चारागाह जमीनों पर अवैध कब्जा किए कब्जेदारों एवं जिले में बने एंटी भू माफिया सेल का एवम खाद्य विभाग की कारदानी का औचक निरीक्षण करते, साथ ही मौके पर ही कार्यवाही करते तो इस जनपद की फिजा कुछ और होती व जिले का कायाकल्प हो जाता।
नाम ना बताने की शर्त पर लोगों ने बताया कि जिले में अधिकतर प्राइवेट अस्पताल ट्रामा सेंटर व रिसर्च सेंटर के नाम का बोर्ड टांगें हुए हैं। जबकि सच्चाई कुछ और है, और गरीबों के रिजर्व बेड पर अमीरों का इलाज करते हैं। अधिकतर मेडिकल स्टोरों पर जेनेरिक दवाओं पर उचे दाम का लेबल लगवा कर मरीजों को ठगते रहते हैं ।नकली खाद्य पदार्थों की धड़ल्ले से बिक्री की जाती है। विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे रहते हैं, जो समझ से परे हैं।
यशस्वी जिलाधिकारी वाराणसी महोदय का ध्यान आकृष्ट है। *रिपोर्ट-जी .पी .गुप्ता वाराणसी*
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