iBN समाचार 25/05/2018
नंदगंज (गाजीपुर): नंदगंज क्षेत्र के बरहपुर स्थित 'देवी माई धाम' के परिसर में गुरुवार को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई जिसमें केंद्र सरकार की व्यापारिक नीतियों की आलोचना की गई। बैठक में गौरीशंकर वर्मा ने कहा कि लगता है मोदी सरकार ने प्रण ले रखा है कि लघु व मध्यमवर्गीय व्यापारियों को पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली बना दिया जाय। उन्होंने इसकी शुरुआत सर्राफा कारोबारियों पर एक्साइज ड्यूटी तथा शत प्रतिशत एफडीआई लगाकर किया। अब कुख्यात अमेरिकी कंपनी वालमार्ट से फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण कराकर भारत के बड़े बाजार पर आधिपत्य जमाना चाहती है। सरकार को यह ध्यान रहना चाहिए कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहाँ के व्यापार को नष्ट कर भारत पर कब्जा जमा लिया था। उनकी शह पर रिलायंस व एस्सार जैसी तेल कंपनियां पिछले चार साल से जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही हैं। नौजवान, किसान, व्यापारी वर्ग बेहाल हैं लेकिन पूंजीपतियों की जेबें भरी जा रही हैं। उप्र कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के महासचिव विनय जायसवाल ने बताया कि मनमोहन सरकार में क्रूड ऑयल 150 डॉलर प्रति बैरल था तब भी आज का ही भाव था और आज 80 डॉलर प्रति बैरल कीमत होने के बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही हैं। नोटबंदी व जीएसटी से देश अभी तक नहीं उबर पाया है। समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि केंद्र सरकार सर्राफा व्यापार पर हॉलमार्किंग अनिवार्य करने जा रही है, जिसका सीधा लाभ सर्राफा बाजार की बड़ी कंपनियों व उद्योगपति घरानों को होगा। तनिष्क व कल्याण ज्वैलर्स जैसे उद्योग जगत के पूंजीपति ही इससे लाभान्वित होंगे। लघु व मध्यम वर्ग के कारीगरों का व्यापार चौपट हो जाएगा। भारत के हर गली मोहल्ले में ऐसे कारीगर सैकड़ों की संख्या में मिल जाएंगे जो छोटे सामान आर्डर पर लेकर बनाते और बेचते हैं। इस प्रकार वे अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। रमाकांत वर्मा ने कहा कि हॉलमार्क अनिवार्य होने से लाखों सर्राफा कारीगरों को भूखमरी व बेरोजगारी की तरफ ढ़केल दिया जाएगा, इसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ भाजपा सरकार की होगी। हॉलमार्किंग के शोरूम पहले से ही हैं, लेकिन इसकी अनिवार्यता पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। बैठक में गोविंद कुशवाहा, हरिओम राजभर, महेंद्र विश्वकर्मा, इंद्रजीत गौड़, शहंशाह सिद्दिकी, सुरेश प्रसाद, अरुण कुमार, विजय सागर, अवधेश कुमार, जबीउल्ला जलाली, शिवमूर्ति, कैलाश प्रसाद, पंकज जायसवाल, रामकिशुन, अभय भारती, रमाकांत वर्मा, गौरीशंकर वर्मा आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता विनय जायसवाल तथा संचालन आबिद शमीम ने किया।
रिपोर्ट: आलोक कुमार चौबे
No comments:
Post a Comment