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ग़ाज़ीपुर। दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हुये गाजीपुर के लाल अर्जुन राजभर के पैतृक गाँव में शोक की लहर व्याप्त है।छत्तीसगढ़ सशस्र बल की 16वीं बटालियन में आरक्षक पद पर तैनात थे अर्जुन राजभर 20मई को दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हो गये।

खबर उनके पैतृक गाँव शादियाबाद के बरईपारा पहुँचते ही पूरे गाँव में गम का माहौल है।उनके पिता बलिराम राजभर और माता का नाम रमावती है। बलिराम राजभर के पाँच पुत्रों में चौथे नंबर पर अर्जुन राजभर वर्ष 2014 में छत्तीसगढ़ सशस्र बल में बतौर आरक्षक नियुक्त हुये थे।इन दिनों अर्जुन दंतेवाड़ा में तैनात थे।

सुबह 11 बजे हुई नक्सलियों की कायराना हमले में अर्जुन शहीद हो गये। नक्सलियों के छल के कारण गाजीपुर का अर्जुन आज शहीद हो गया।अर्जुन के सभी भाई मुंबई में फूलों का व्यवसाय करते हैं।जबकि पत्नी और तीन बच्चों के साथ अर्जुन छत्तीसगढ़ में रह रहे थे।
आपको बता दें की स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँच गई है। पूरे गाँव में गम का माहौल है ।अर्जुन राजभर की पत्नी सुनीता देवी हैं।शहीद के तीन बच्चे बड़ी हैं बड़ी बेटी कविता (15),अभय (12) और सबसे छोटा अजय (10) है। अर्जुन राजभर कुल पांच भाई थे। पाँच भाइयों में चौथे भाई थे अर्जुन राजभर।
करीब एक माह पहले वह छुट्टी आए थे। लौटते वक्त पत्नी तथा बच्चों को भी साथ ले गए थे। परिवारवालों को पहली सूचना अर्जुन के जख्मी होने की मिली। फिर मरने की सूचना आई। उसके बाद एसएचओ शादियाबाद राजाराम शहीद अर्जुन के घर पहुँचे।शहीद का पार्थिव शरीर 21 मई की दोपहर बाद आने की उम्मीद है। अंतिम संस्कार उनके पैतृक से ही होगा
ग़ाज़ीपुर। दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हुये गाजीपुर के लाल अर्जुन राजभर के पैतृक गाँव में शोक की लहर व्याप्त है।छत्तीसगढ़ सशस्र बल की 16वीं बटालियन में आरक्षक पद पर तैनात थे अर्जुन राजभर 20मई को दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हो गये।

खबर उनके पैतृक गाँव शादियाबाद के बरईपारा पहुँचते ही पूरे गाँव में गम का माहौल है।उनके पिता बलिराम राजभर और माता का नाम रमावती है। बलिराम राजभर के पाँच पुत्रों में चौथे नंबर पर अर्जुन राजभर वर्ष 2014 में छत्तीसगढ़ सशस्र बल में बतौर आरक्षक नियुक्त हुये थे।इन दिनों अर्जुन दंतेवाड़ा में तैनात थे।

सुबह 11 बजे हुई नक्सलियों की कायराना हमले में अर्जुन शहीद हो गये। नक्सलियों के छल के कारण गाजीपुर का अर्जुन आज शहीद हो गया।अर्जुन के सभी भाई मुंबई में फूलों का व्यवसाय करते हैं।जबकि पत्नी और तीन बच्चों के साथ अर्जुन छत्तीसगढ़ में रह रहे थे।
आपको बता दें की स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँच गई है। पूरे गाँव में गम का माहौल है ।अर्जुन राजभर की पत्नी सुनीता देवी हैं।शहीद के तीन बच्चे बड़ी हैं बड़ी बेटी कविता (15),अभय (12) और सबसे छोटा अजय (10) है। अर्जुन राजभर कुल पांच भाई थे। पाँच भाइयों में चौथे भाई थे अर्जुन राजभर।
करीब एक माह पहले वह छुट्टी आए थे। लौटते वक्त पत्नी तथा बच्चों को भी साथ ले गए थे। परिवारवालों को पहली सूचना अर्जुन के जख्मी होने की मिली। फिर मरने की सूचना आई। उसके बाद एसएचओ शादियाबाद राजाराम शहीद अर्जुन के घर पहुँचे।शहीद का पार्थिव शरीर 21 मई की दोपहर बाद आने की उम्मीद है। अंतिम संस्कार उनके पैतृक से ही होगा
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