iBN समाचार- घोर लापरवाही कासगंज में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर खेत में उतरने के मामले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा है कि इस मामले में अधिशासी अवर अभियंता और सहायक अभियंता को लापरवाही का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। कार्यालय ने इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में घोर लापरवाही माना है। मामले में जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग पर आरोप लगा है कि उसने हैलीपैड मानकों के अनुसार नहीं बनवाया। यही कारण था कि वहां हैलीकॉप्टर उतर नहीं सका। मामले में सुरक्षा मुख्यालय की टीम और एविएशन विभाग जांच करेगा। माना जा रहा है कि मामले में कासगंज के डीएम आरपी सिंह और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों पर कार्रवाई हो सकती है। बता दें सीएम योगी की उस समय जान खतरे में पड़ गई, जब मंगलवार को उनके हैलीकॉप्टर को काफी मशक्कत के बाद खेत में उतारा गया। दरअसल जिला प्रशासन ने सीएम के हैलीकॉप्टर के लिए जहां हैलीपैड बनवाया था, वहां जब हैलीकॉप्टर पहुंचा तो आसपास पेड़ देखकर उसने वहां उतरने से मना कर दिया. इसके बाद पायलट ने खुद अपनी सूझ-बूझ से हैलीकॉप्टर को पास के खेत में लैंड कराया। उधर इस बड़ी चूक के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। हेलीपैड यहां सोरों नुमाइश ग्राउंड में बनाया गया था। बिना बैरीकेडिंग के खेत में जब हेलीकॉप्टर उतरा तो भीड़ दौड़ पड़ी। भीड़ को संभालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल कासगंज में आए कुदरती कहर के चलते मरने वाले लोगों के परिजनों से सहायता एवं सांत्वना देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले में पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री यहां फरौली गांव में पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें चेक वितरित किया। इसके अलावा कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक और पुलिस कामकाज की समीक्षा करेंगे। वे दिल्ली से हेलीकॉप्टर से सीधे जिले में पहुंचे। मालूम हो कि रविवार की देर रात आए तूफान में 6 लोगों की मौत हो गई थी, इसमें 14 लोग घायल भी हुए थे। इसी के मद्देनजर सोमवार को दोपहर बाद लखनऊ से जिले में मुख्यमंत्री के आने के संकेत मिल।
iBN समाचार- घोर लापरवाही कासगंज में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर खेत में उतरने के मामले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा है कि इस मामले में अधिशासी अवर अभियंता और सहायक अभियंता को लापरवाही का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। कार्यालय ने इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में घोर लापरवाही माना है। मामले में जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग पर आरोप लगा है कि उसने हैलीपैड मानकों के अनुसार नहीं बनवाया। यही कारण था कि वहां हैलीकॉप्टर उतर नहीं सका। मामले में सुरक्षा मुख्यालय की टीम और एविएशन विभाग जांच करेगा। माना जा रहा है कि मामले में कासगंज के डीएम आरपी सिंह और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों पर कार्रवाई हो सकती है। बता दें सीएम योगी की उस समय जान खतरे में पड़ गई, जब मंगलवार को उनके हैलीकॉप्टर को काफी मशक्कत के बाद खेत में उतारा गया। दरअसल जिला प्रशासन ने सीएम के हैलीकॉप्टर के लिए जहां हैलीपैड बनवाया था, वहां जब हैलीकॉप्टर पहुंचा तो आसपास पेड़ देखकर उसने वहां उतरने से मना कर दिया. इसके बाद पायलट ने खुद अपनी सूझ-बूझ से हैलीकॉप्टर को पास के खेत में लैंड कराया। उधर इस बड़ी चूक के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। हेलीपैड यहां सोरों नुमाइश ग्राउंड में बनाया गया था। बिना बैरीकेडिंग के खेत में जब हेलीकॉप्टर उतरा तो भीड़ दौड़ पड़ी। भीड़ को संभालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल कासगंज में आए कुदरती कहर के चलते मरने वाले लोगों के परिजनों से सहायता एवं सांत्वना देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले में पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री यहां फरौली गांव में पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें चेक वितरित किया। इसके अलावा कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक और पुलिस कामकाज की समीक्षा करेंगे। वे दिल्ली से हेलीकॉप्टर से सीधे जिले में पहुंचे। मालूम हो कि रविवार की देर रात आए तूफान में 6 लोगों की मौत हो गई थी, इसमें 14 लोग घायल भी हुए थे। इसी के मद्देनजर सोमवार को दोपहर बाद लखनऊ से जिले में मुख्यमंत्री के आने के संकेत मिल।
No comments:
Post a Comment